मेरी क़िस्मतों को मिले हाथ तेरे
फिर से लक़ीरें दिखने लगी
देखा तुम्हें तो ऐसा लगा है
जैसे ये आँखें धड़कने लगी
रहूँ उम्र-भर मैं तेरी, तू मेरा
जब मैं बादल बन जाऊँ, तुम भी बारिश बन जाना
जो कम पड़ जाएँ साँसें, तू मेरा दिल बन जाना
रिमझिम सावन की बूँदें, तू हर मौसम बरसाना
जो कम पड़ जाएँ साँसें, तू मेरा दिल बन जाना