दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए
दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए
एक नया इंक़िलाब और आने लगा
(दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए)
(दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए)
एक नया इंक़िलाब और आने लगा
(दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए)
दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए
एक नया इंक़िलाब और आने लगा
दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए
एक नया इंक़िलाब और आने लगा
...और आने लगा
अपनी काफ़िर निगाहों को रोको ज़रा
अपनी काफ़िर निगाहों को रोको ज़रा
मेरा ईमान भी डगमगाने लगा
(अपनी काफ़िर निगाहों को रोको ज़रा)
(अपनी काफ़िर निगाहों को रोको ज़रा)
मेरा ईमान भी डगमगाने लगा
दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए
रुत बदलने लगी, दौर चलने लग
ज़ुल्फ़ खुलने लगी, अब्र छाने लगा
(रुत बदलने लगी, दौर चलने लग)
(ज़ुल्फ़ खुलने लगी, अब्र छाने लगा)
रुत बदलने लगी, दौर चलने लग
ज़ुल्फ़ खुलने लगी, अब्र छाने लगा
...अब्र छाने लगा
अब ज़रूरत नहीं शीशा-ओ-जाम की
अब ज़रूरत नहीं शीशा-ओ-जाम की
आँखों-आँखों से कोई पिलाने लगा
(अब ज़रूरत नहीं शीशा-ओ-जाम की)
(अब ज़रूरत नहीं शीशा-ओ-जाम की)
आँखों-आँखों से कोई पिलाने लगा
दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए
एक उनवान के सौ फ़साने बने
अपनी बर्बादियों के बहाने बने
(एक उनवान के सौ फ़साने बने)
(अपनी बर्बादियों के बहाने बने)
एक उनवान के सौ फ़साने बने
अपनी बर्बादियों के बहाने बने
...बहाने बने
आप तो मुस्कुरा कर अलग हो गए
आप तो मुस्कुरा कर अलग हो गए
मुझपे सारा जहाँ मुस्कुराने लगा
(आप तो मुस्कुरा कर अलग हो गए)
(आप तो मुस्कुरा कर अलग हो गए)
मुझपे सारा जहाँ मुस्कुराने लगा
दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए
ये ख़ुलूस-ओ-मोहब्बत की सौग़ात है
ऐ Asad, ऐसे सजदे की क्या बात है!
(ये ख़ुलूस-ओ-मोहब्बत की सौग़ात है)
(ऐ Asad, ऐसे सजदे की क्या बात है!)
ये ख़ुलूस-ओ-मोहब्बत की सौग़ात है
ऐ Asad, ऐसे सजदे की क्या बात है!
...क्या बात है!
बे-इरादा मेरा सर जहाँ झुक गया
बे-इरादा मेरा सर जहाँ झुक गया
सारा आलम वहीं सर झुकाने लगा
(बे-इरादा जहाँ मेरा सर झुक गया)
(बे-इरादा जहाँ मेरा सर झुक गया)
सारा आलम वहीं सर झुकाने लगा
दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए
दिल गया तो गया, होश भी उड़ गए