मल्लिका मल्लिका मालती मालिका
है कहाँ है कहाँ राजा इश्स दिल का
मल्लिका मल्लिका मालती मालिका
है कहाँ है कहाँ राजा इश्स दिल का
हंसिका हंसिका जाओ ना हंसिका
अपने संग लाओ ना राजा इश्स दिल का
एक छ्होटा सा फूल मेरे भीतर खिला
आज तो प्यार का लो जी त्योहार है
आहा नीलवेनी फूलों की तरह खिली
राजा आएँगे जब खुद को भेंट करना
जहाँ पे मिलते हैं ऋषि मुनि
वहाँ पे प्यार खिला
मधुर मिलन यह सपनों का
शुभ ही शुभ होगा
स्वप्निका चैट्रिका ओ प्रिय नेत्रिका
है कहाँ है कहाँ राजा इश्स दिल का
बादलों तुम चलो तुम चलो
बादलों तुम चलो स्वामी से जब मिलो
बारीशों वीना बॅन प्रेम गीत गाओ ना
प्रिय की कोक में नन्ही जान है पली
जल्दी आने कहो राह दिखलाओ ना
जगमगाती हुई आज की रात है
चाँदनी की तरह अपना यह प्रेम है
रतसा आसमान में तारों ने बनाया
धरती पे दिलों का मौसम जगमगया
फूलों कलियों की चरणों में
मॅन यह भीग जाए है
ओ री कमाल नैना प्रेम यही है समझा
सूखे पत्तों सा है आश्रम वासी दिल
उनकी आने की आस पे ज़िंदा हैं
हे प्रिय हे प्रिय प्रीत क्यूँ शीट है
मेरे मॅन की तरह धरती भी डांग है
जितनी भी बर्फ हो जीतने भी दर्द हो
इश्स नन्ही सी जान की सुरक्षा करो
उम्मीदों के सभी पत्ते मुरझा गये
जब यह फूलेंगे मैं खिलूंगी क्या
सर्दी से क्या लेना जब आई गोड़भराई
चिंता ना करो प्रिय खुद में तुम बसंत हो
माह माह है बीट गये
लेहायर लेहायर की तरह
सदा रहे जो खिलता हुआ
रत्ना जन्म तुम दो
राह वो देख के आँखें तक सी गयी
दिल को उम्मीद है आएँगे वो अभी