menu-iconlogo
logo

Mallika Mallika (From “Shaakuntalam”) (Hindi)

logo
Paroles
मल्लिका मल्लिका मालती मालिका

है कहाँ है कहाँ राजा इश्स दिल का

मल्लिका मल्लिका मालती मालिका

है कहाँ है कहाँ राजा इश्स दिल का

हंसिका हंसिका जाओ ना हंसिका

अपने संग लाओ ना राजा इश्स दिल का

एक छ्होटा सा फूल मेरे भीतर खिला

आज तो प्यार का लो जी त्योहार है

आहा नीलवेनी फूलों की तरह खिली

राजा आएँगे जब खुद को भेंट करना

जहाँ पे मिलते हैं ऋषि मुनि

वहाँ पे प्यार खिला

मधुर मिलन यह सपनों का

शुभ ही शुभ होगा

स्वप्निका चैट्रिका ओ प्रिय नेत्रिका

है कहाँ है कहाँ राजा इश्स दिल का

बादलों तुम चलो तुम चलो

बादलों तुम चलो स्वामी से जब मिलो

बारीशों वीना बॅन प्रेम गीत गाओ ना

प्रिय की कोक में नन्ही जान है पली

जल्दी आने कहो राह दिखलाओ ना

जगमगाती हुई आज की रात है

चाँदनी की तरह अपना यह प्रेम है

रतसा आसमान में तारों ने बनाया

धरती पे दिलों का मौसम जगमगया

फूलों कलियों की चरणों में

मॅन यह भीग जाए है

ओ री कमाल नैना प्रेम यही है समझा

सूखे पत्तों सा है आश्रम वासी दिल

उनकी आने की आस पे ज़िंदा हैं

हे प्रिय हे प्रिय प्रीत क्यूँ शीट है

मेरे मॅन की तरह धरती भी डांग है

जितनी भी बर्फ हो जीतने भी दर्द हो

इश्स नन्ही सी जान की सुरक्षा करो

उम्मीदों के सभी पत्ते मुरझा गये

जब यह फूलेंगे मैं खिलूंगी क्या

सर्दी से क्या लेना जब आई गोड़भराई

चिंता ना करो प्रिय खुद में तुम बसंत हो

माह माह है बीट गये

लेहायर लेहायर की तरह

सदा रहे जो खिलता हुआ

रत्ना जन्म तुम दो

राह वो देख के आँखें तक सी गयी

दिल को उम्मीद है आएँगे वो अभी