झलक दिखाके कर गई दीवाना
मगर थी कौन यही नहीं जाना
अरे झलक दिखाके कर गई दीवाना
मगर थी कौन यही नहीं जाना
झलक दिखाके कर गई दीवाना
शोला था बिजली थी
या कोई टूटा तारा थी वो
जो भी थी मेरे ही
प्यार का नज़ारा थी वो
शोला था बिजली थी
या कोई टूटा तारा थी वो
जो भी थी मेरे ही
प्यार का नज़ारा थी वो
यहीं थी वो तस्वीरें जाना ना
मगर थी कौन यही नहीं जाना
अरे झलक दिखाके कर गई दीवाना
कुछ भी हो मेरे दिल
फिर भी उसको पाना तो है
गुलशन से सेहरा से
ढूंढकर उसे लाना तो है
कुछ भी हो मेरे दिल
फिर भी उसको पाना तो है
गुलशन से सेहरा से
ढूंढकर उसे लाना तो है
वो ही नहीं तो दुनिया वीराना
मगर थी कौन
यही नहीं जाना
अरे झलक दिखाके कर गई दीवाना
मगर थी कौन
यही नहीं जाना