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Kaun Si Dor (From "Aarakshan")

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Paroles
साँस अलबेली

साँस अलबेली

साँस अलबेली

साँस अलबेली

साँस अलबेली

साँस अलबेली

कौन सी डोर खींचे

कौन सी काटे रे काटे रे

साँस अलबेली

साँस अलबेली

कौन सी डोर खींचे

कौन सी काटे रे काटे रे

साँस अलबेली काहे काहे मोहे बाटे रे बाटे रे

कौन सी डोर खींचे

कौन सी काटे रे काटे रे

आ आ आ आ

मन जंगल में आँधी हलचल

पत्ते बिछड़न लागे रे

लहर लहर उत्पात नदी में

ह्रदय ज्वार सा जागे रे

जीवन शोर आये और जाये

जीवन शोर आये और जाये

शास्वत बस सन्नाटे रे

शास्वत बस सन्नाटे रे सन्नाटे रे सन्नाटे रे

कौन सी डोर खींचे

कौन सी काटे रे काटे रे

साँस अलबेली

साँस अलबेली

साँस अलबेली

साँस अलबेली

बड़े जतन से फसल लगाये

चुन चुन बीज रचाये

बाँध टकटकी की रखवारी

दबी अंकुर मुस्काये

भाग्य चिरईया बड़ी निठुर है

भाग्य चिरईया बड़ी निठुर है

कौन जो उसको डाँटे रे

कौन जो उसको डाँटे रे डाँटे रे

कौन सी डोर खींचे

कौन सी काटे रे काटे रे

साँस अलबेली

साँस अलबेली

साँस अलबेली (साँस अलबेली)

साँस अलबेली (साँस अलबेली)

साँस अलबेली (साँस अलबेली) (आ आ आ)

साँस अलबेली (साँस अलबेली) (आ आ आ)

साँस अलबेली (साँस अलबेली)

साँस अलबेली (साँस अलबेली)(आ आ आ)

साँस अलबेली (साँस अलबेली)

साँस अलबेली

Kaun Si Dor (From "Aarakshan") par Shankar–Ehsaan–Loy/prasoon joshi/Pt. Channulal Mishra/Shreya Ghoshal - Paroles et Couvertures