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Sochti Hu

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Paroles
सोचती हूँ आसमा का

रंग में बदल दू

ज़िंदगी के रास्तों पे

यू ही में भी चल दू

न ना न ना न ना न ना न ना न ना

सोचती हूँ आसमा का

रंग में बदल दू

ज़िंदगी के रास्तों पे

यू ही में भी चल दू

हवाओं पे लिखा था जो वो नाम पढ़ लिया

किया है तो क्यूँ ना कहूँ

हा प्यार कर लिया

है यकीन ज़िंदगी बदल जाएगी

हँसी रोशनी रोशनी गुण-गुनाएगी

सोचती हूँ आसमा का

रंग में बदल दू

मखमले खवाब है

जो झुके थे कहीं

पलको तले

संतरे सी हवा प्यार की है जो मुझसे कहें

मखमले खवाब है

जो झुके थे कहीं

पलको तले

संतरे सी हवा प्यार की है जो मुझसे कहें

हर अधूरी दुआ असर लाएगी

हँसी रोशनी रोशिनी गुन गुनाएगी

सोचती हूँ आसमा का

रंग में बदल दू

ह हा ह हा ह हा हा हा हा हा हा

अजनबी मूड पे जुड़ गयी है कई

राहे नई ले चले है मुझे

मंज़िलों की तरफ यह ज़िंदगी

अजनबी मूड पे जुड़ गयी है कई

राहे नई ले चले है मुझे

मंज़िलों की तरफ यह ज़िंदगी

लौट कर हर खुशी यही आएगी

हँसी रोशनी रोशिनी गुन गुनाएगी

सोचती हूँ आसमा का

रंग में बदल दू

ज़िंदगी के रास्तों पे

यू ही में भी चल दू

ओ वो ये ये ये ये

आ आ आ आ ( न ना न ना न ना)

हुए ए ए ए ए ए ए आ आ( न ना न ना न ना)

Sochti Hu par Swati Sharma - Paroles et Couvertures