ख्वाब तेरे है आंखें मेरी
जिस्म तेरा है रूह मेरी
आँचल में रूह के में
सारे पल ये छुपा लुंगी
मेरी मिट्टी है तू आसमान भी तू
तुझसे मिल के लगु खुद को नयी
आंसू हे या पयास मेरी
आहट है या आस तेरी
आँचल में रूह के में
तेरी यादें सजालूँगी
खत ने जो दी है खबर तेरी
रात सी है अब सेहर मेरी
आँचल को रूह के में
तेरे रंग रंगालुंगी