तूने डारा जो प्रीत का डोरा
मनवा बैरी रहा ना ये मोरा
बदला ना था ये क़िस्मत का फेरा
जब तक तू ना था तारा मोरा
मोरी रतियों से छूटा अँधेरा
तूने मुस्कानों को यूँ बिखेरा
मैं था भटका, ना मोरा बसेरा
तोहरी साँसों में घर है मिला
वारूँ-वारूँ, मैं वारूँ तोहरी
अब ना जग की है परवाह कोई
थाम ले तू मोरी जिंदगी
तोहसे बढ़ के ना कोई खुशी
वारूँ-वारूँ, मैं वारूँ तोहरी
आज सौंपे हैं सपने सभी
नैना तोहरे तिजोरी मोरी, है मोरी
तूने डारा जो प्रीत का डोरा
मनवा बैरी रहा ना ये मोरा
बदला ना था ये क़िस्मत का फेरा
जब तक तू ना था तारा मोरा
मोरी रतियों से छूटा अँधेरा
तूने मुस्कानों को यूँ बिखेरा
मैं था भटका, ना मोरा बसेरा
तोहरी साँसों में घर है मिला
तोहरे नाम का मोहे धागा डाल दे
तू ले जा मोहे, मोहे जाना है संग तोहरे
तोहरे नाम का मोहे धागा डाल दे
तू ले जा मोहे, मोहे जीना है संग तोहरे
वारूँ-वारूँ, मैं वारूँ तोहरी
अब तू मोरा है, मोरा सभी
आँच आवे ना तोह पे कोई
करता रब से दुआ मैं यही
वारूँ-वारूँ, मैं वारूँ तोहरी
प्रीत अपनी रहेगी बनी
चाहे सुख हो या दुख हो कभी
मैं रहूँगा तोहरे पास ही
तोहसे बोला नहीं मोरा मनवा
मोगरे सा तू मोरा शगुनवा
सौंधा-सौंधा सा ये साथ तोहरा
चुपके-चुपके से महका दिया
तोहरे आगे मैं सर को झुका लूँ
तोहरे सपने पलक पे बिठा लूँ
काला टीका मैं तोहे लगा लूँ
रखियो मुझपे भरोसा ज़रा