उसने मुझे छुआ भी नहीं
ऐसा-वैसा कुछ हुआ भी नहीं
नज़र थी पैनी, हुई बेचैनी
आँखों-आँखों में शैतानी हो गई
सैयाँ ने देखा ऐसे, मैं पानी-पानी हो गई
मैं पानी-पानी हो गई
चलेगी क्या? Glass पड़ा है ख़ाली, भरेगी क्या?
साथ आए लौंडे से डरेगी क्या?
अंदर की feeling से लड़ेगी क्या? हैं?
हद हो गई, हद से आगे भी बढ़ेगी क्या?
नौ acre में farm, farm पे घोड़े, घोड़े पे चढ़ेगी क्या? (क्या) (oh)
One, two, three, गाड़ी की bonnet से निकले परी
लौंडे आगे कहीं टिकते नहीं
बातें हैं कैड़ी मेरी, लिख ले कहीं, चल निकलें कहीं, uh
ऐसी हूँ खोई, कभी खोई ही नहीं (खोई ही नहीं)
आँखें मिली हैं, जब से सोई ही नहीं (सोई ही नहीं) (yeah)
दुनिया से सुने हैं क़िस्से तेरे
"जाने क्या आएगा हिस्से मेरे"
इसी ख़याल में दीवानी हो गई
सैयाँ ने देखा ऐसे, मैं पानी-पानी हो गई
Oh
नज़र थी पैनी, हुई बेचैनी
नज़र थी पैनी, हुई बेचैनी
आँखों-आँखों में शैतानी हो गई