चित्रपट : गोपी (Gopi)
आ…….
आ आ …….
आ आ आ …….
सुख के……
सब साथी
दुख में न को…..ई
सुख के… सब साथी, दुख में न को….ई
मेरे राम मेरे राम
तेरा ना…म एक साचा ,दूजा न को….ई
सुख के… सब साथी दुख में न, को……ई
गायक : मोहम्मद रफ़ी
जीवन आनी जानी छाया……..
जीवन आनी जानी छाया
झूठी माया ,झूठी काया
फिर काहे को सारी उमरिया………
फिर काहे को सारी उमरिया
पापकी गठरी ढोई…
सुख के सब साथी दुख में न को…..ई
मेरे राम मेरे राम
तेरा नाम एक साचा दूजा न को…..ई
संगीतकार : कल्याणजी आनंदजी
न कुछ तेरा. ना कुछ मेरा…….
न कुछ तेरा ना कुछ मेरा
ये जग जोगी वाला फेरा
राजा हो या रंक सभी का…….
राजा हो या रंक सभी का
अंत एकसा होइ
सुख के सब साथी दुख में न को…..ई
मेरे राम मेरे राम
तेरा नाम ,एक साचा दूजा न को….ई
गीतकार : राजिन्दर क्रृष्ण
बाहर की तू माटी फांके………
बाहर की तू माटी फांके
मन के भीतर क्यूं न झांके
उजले तन पर मान किया…..
उजले तन पर मान किया और
मन की मैल ना धोई
सुख के सब साथी दुख में न को…..ई
मेरे राम मेरे राम
तेरा नाम ,एक साचा दूजा न को….ई
सुख के सब साथी दुख में ,न कोई