चलती दुनिया में येडेचली, येडेचली
है आती पर ना देती गाली मैं, ना दे गाली मैं
सोचा करती थी कुछ उखाड़ूँ, कुछ उखाड़ूँ
उससे कुछ ज्यादा ही कर आई मैं, आई मैं
येह rap-chick mode
Ready for the dinner
I’m ready for the toast
Yeah roast ही ना करे
भला वो भी क्या दोस्त है
कलम कारीगर, जिगर बाजीगर
जेब खाली कर छोड़ा घर
ना तोड़ा कर तू रिश्तों को
वो बोला करते थे मुझको
तू पागल है
हाँ हूँ
हक से, जो हूँ
खुद से, कर दूँ
कह दे तू तेरा बिल भर दूँ
जब आते गाने फीलिंग्स से
टैब ही मास अपीलिंग है
नहीं देखी कभी मैंने
फिर भी वो तोड़ी सीलिंग
Now I’m swerving on the sea link, yeah
I’m serving all free meals, yеah
Curvilicious innings have started
Already I’m winning
नहीं लिखती rеferences for the sake of it
I have preferences & I make a list
कभी कहीं नहीं लगता सही सही
गलत जो क्यों करूँ वही
अब भी आंखों में आए पानी
जब भी याद आती है वो कहानी है
बेबस हुआ करती थी लड़की, एक, अब वो
शेरनी करके जानी मानी है
चलती दुनिया में येडेचली, येडेचली
है आती पर ना देती गाली मैं, ना दे गाली मैं
सोचा करती थी कुछ उखाड़ूँ, कुछ उखाड़ूँ
उससे कुछ ज्यादा ही कर आई मैं, आई मैं
चलती दुनिया में येडेचली, येडेचली
है आती पर ना देती गाली मैं, ना दे गाली मैं
सोचा करती थी कुछ उखाड़ूँ, कुछ उखाड़ूँ
उससे कुछ ज्यादा ही कर आई मैं, आई मैं
Yeah, cadence arcade, बड़ी dense आंखे मेरी
Hence बंधी मैंने fence
और बचाया तुजे buddy, I’m your saviour
Still you wanna fall, not my fault
I’mma blame ya
Sauce लायी, लाई सांस मैं
सीन में थोड़ी मिठास
नमकीन भी स्वदनुसार
मुमकिन करूँ मैं हर ड्रीम मेरा
हर दिन, हूँ कीन मैं
शौकिन मैं
खाती जुबान हर चीज़ ये
पर रहना चाहती लीन मैं
Intensified हैं tension
I’ve seen some men bad intensions
बनने चले थे विक्रम मेरे
उनकी बेताल हूँ मैं
हर दम रहूँ मैं सुर-ताल में
इतने बे-ताल वो हैं
फिर भी बवाल क्यों नाम से मेरे
ये सवाल क्यों हैं
आता ख्याल अक्सर है के
सारे दलाल क्यूं हैं
सब बेचेने बैठे हैं बीफ
सब कोतवाल क्यों हैं
कमल के मूल की इस कलम से
कर दूँ कलम मैं सर धड़ अलग
जो भी गलत, जिसमे कपट
हाँ वो मृणाल हूँ मैं
क्या ही बनेगा मेरी मिसाल
जो बेमिसाल हूँ मैं
हाँ, हाँ मृणाल हूँ मैं
हाँ, हाँ मृणाल हूँ मैं, कमाल हूँ मैं
चलती दुनिया में येडेचली, येडेचली
है आती पर ना देती गाली मैं, ना दे गाली मैं
सोचा करती थी कुछ उखाड़ूँ, कुछ उखाड़ूँ
उससे कुछ ज्यादा ही कर आई मैं, आई मैं
चलती दुनिया में येडेचली, येडेचली
है आती पर ना देती गाली मैं, ना दे गाली मैं
सोचा करती थी कुछ उखाड़ूँ, कुछ उखाड़ूँ
उससे कुछ ज्यादा ही कर आई मैं, आई मैं