पेहला पेहला
इश्क़ हुआ है
पेहला तजुर्बा
पेहली दफा है
हो तू जो नही तो कुछ भी नही है
साँसों के चलने की तू ही वजाह है
मांगे फ़क़ीर दुआ ऐ अल्लाह
यार दी सूरत माशा अल्लाह
रीत ना जानु रिवाज ना मानु
में ते ठेहरा सादा बंदा
मांगे फ़क़ीर दुआ ऐ अल्लाह
यार दी सूरत माशा अल्लाह
रीत ना जानु रिवाज ना मानु
में ते ठेहरा सादा बंदा
बेचारा दिल मेरा
मेरा दिल
तुझको ही ढूंढता रेहता है
आवारा आवारा आवारा दिल मेरा
मेरा दिल
तुझको ही ढूंढता रेहता है
कल परसों के लिए ना तो बरसों के लिए
तुझको है मांगा हर जन्म के लिए
हो मेरी तो दुआएं सारी
मेरी तो वफ़ाएँ सारी
जो भी हैं वो हैं मेरे सनम के लिए
हो मैं भी सजदे में झुका कर सर
दुआ मैं माँगता हूँ तुझे
ना होगी आखरी दम तक ये चाहत कम
आवारा दिल मेरा
मेरा दिल
तुझको ही ढूंढता रेहता है
जब ना मैं देखूं तुझे
जब ना मैं सोचूं तुझे
मेरे दिन ढले ना मेरी रात हो
कोई भी ज़माना आए
कोई भी ठिकाना आए
कोई संग हो ना हो तेरा साथ हो
तेरी यादों के साए में
मैं एक एक पल बिताता हूँ
कहीं जाऊं तेरा चर्चा तेरी बात हो
आवारा दिल मेरा
मेरा दिल
तुझको ही ढूंढता रेहता है
आवारा आवारा आवारा दिल मेरा
मेरा दिल
तुझको ही ढूंढता रेहता है