आँखों में आँखें डाले छोड़ गया जो.
ख़यालों में रहता है वो
किए जो वादे सारे, भूल गया वो
सवालों में रहता है जो
ऐसे दिल को दुखा के भी क्या मिल गया?
जो ना हो पाएगा फ़िर किसी और का
यूँ ही मुझको भुला के भी क्या मिल गया?
वक़्त रह जाएगा फ़िर किसी दौर सा
हुए, हम पराए हुए, दिल लगाए हुए
ਸੋਹਣਿਆ ਵੇ, तू दूर ना जा
हाँ, दिल को दुखाए हुए, हम पराए हुए
हाँ, मुसलसल ये इश्क़ रहा
हुए, हम पराए हुए, दिल लगाए हुए
ਸੋਹਣਿਆ ਵੇ, तू दूर ना जा
हाँ, दिल को दुखाए हुए, हम पराए हुए
हाँ, मुसलसल ये इश्क़ रहा
(ਸੋਹਣਿਆ ਵੇ, तू दूर ना जा)
(हाँ, मुसलसल ये इश्क़ रहा
फ़िर टूट के रोया दिल
क्या रहम-ओ-करम इसका
फ़िर तेरा हो जाएगा
ना दीन-धरम इसका
ऐसे दिल को दुखा के भी क्या मिल गया?
जो ना हो पाएगा फ़िर किसी और का
यूँ ही मुझको भुला के भी क्या मिल गया?
वक़्त रह जाएगा फ़िर किसी दौर सा
हुए, हम पराए हुए, दिल लगाए हुए
ਸੋਹਣਿਆ ਵੇ, तू दूर ना जा
हाँ, दिल को दुखाए हुए, हम पराए हुए
हाँ, मुसलसल ये इश्क़ रहा
हुए, हम पराए हुए, दिल लगाए हुए
ਸੋਹਣਿਆ ਵੇ, तू दूर ना जा
हाँ, दिल को दुखाए हुए, हम पराए हुए
हाँ, मुसलसल ये इश्क़ रहा