बातें अनकही, बह गई सारी रुत में
कोई जाने ना, पहचाने ना
कोई जाने ना, पहचाने ना
बेमन सी हवा, जाने कैसे तूफ़ाँ बन गई
कोई जाने ना, पहचाने ना
कोई जाने ना, पहचाने ना
इश्क़ की बातें कहते हैं कैसे
चेहरे पे पढ़ लो, सभी है लिखा
तेरी दुआ में शामिल नहीं मैं
कैसे कहूँ के तू रब हुआ
तू आ गया
नूर आ गया
मेरी हँसी लौटा गया
राहें ने मंज़िल तो माँगी ही नहीं
दो पल तो साथ दे दो ये कहा
कोई जाने ना, पहचाने ना
कोई जाने ना, पहचाने ना
कोई जाने ना, पहचाने ना
कोई जाने ना, पहचाने ना
सा रे ग प म ग, मा ग रे
नि सा रे ग प म ग प
म रे म ग सा नी
म ग र म नब निद सा निद प म ग
ग म सा नि निद प म ग