डर को डराके रखा, मैं बना जो बना कला के बल पे, अपने दम पे कमा
आराम कम और काम है तो सब को जमा
चाहने लगा कि मैं आग लगाया, ये टूटे शरीर को ख़्वाब दिखाया
पैसे से पहले मैं नाम कमाया, ये तक़लीफ़ों से भी मैं गले लगाया ना
Winner winner chicken dinner, हाँ, भाई, मेरा भाई
Last man standing हर match में है, तेरा भाई
फँसता नहीं मैं कभी, मेरा कुआँ, मेरा खाई
डेढ़ बने तू, बेटा, मैं हूँ ढाई, ढाई, ढाई
जैसे निकले ये rhyme, जैसे गोली आ राहा time
आ राहा line में, वो sign मेरा crime
बेटा, कतल करे, अरे, line मेरा, ooh
मुझे कुछ बोलना, तो side में आ, भाई मेरा
अलग क्यूँकि अलग हुए, चल fame अब परख तू ही
शकल से मैं नरम, पर अंदर पूरा कड़क हूँ
नारियल हूँ नारियल, तू हर बार bed पे bear हूँ
तू king, मैं slayer, तू Shake तो मैं speare हूँ
तेरे जैसा बनूँगा नहीं क्यूँकि मेरे जैसा कोई भी नहीं
सब करते वही जो करते सभी, इस भेड़-चाल में मैं कभी फँसता नहीं
कभी कटता नहीं क्यूँकि बना मैं तो लोहे से
भागता हूँ घोड़े से, जानता था छोटे से, हारना ज़रूरी फिर फाड़ना ज़रूरी
हालातों की मजबूरी में तू बन बैठा कुली (एक number)
माना, भोज काफ़ी ज़्यादा, आधा अपनों में बाँटना आसान था
सब खाता हुआ थोड़ा हल्का, घर का लड़का, देखो, बना अब आज का
बाक़ी कभी और अभी time मेरे रात का
डर को डराके रखा, मैं बना जो बना कला के बल पे, अपने दम पे कमा
आराम कम और काम है तो सब को जमा
चाहने लगा कि मैं आग लगाया, ये टूटे शरीर को ख़्वाब दिखाया
पैसे से पहले मैं नाम कमाया, ये तक़लीफ़ों से भी मैं गले लगाया ना
प्यार अपने काम से, करता मैं इतना कि खुल जाते रास्ते
हुए कुछ हादसे, ऐसे कुछ रात थे, जल के वो राख, अंदर वो उदास थे
ख़ुद से नाराज़, ख़ुद के नक़ाब पे खुल गए राज़, ख़ुद के किताब के कुछ देर शांत
चोटों के निशान थे, छोटा मेरा काम, पर तगड़ा ईमान और बड़े मेरे ख़्वाब थे
हलके में ले मत, मोटा नहीं पर भारी पड़ा था, ये चला था संभल के बगल से निकल जाता
हारेगा तो time o', पर देता फिर ये उजाला, चार बूँदो वाला नहीं, हूँ मैं लाख बूँदों वाला कुरमा रोज़
निःसंकोच करूँगा मैं सब, मेरे साथ मेरे दोस्त, छोटा परिवार, सारे मेरे ख़ास
क्या माँगूँ जब सारा मेरे पास? सबका demand गाने में बनाऊँ
मन की जो बात सबको बताऊँ? सब पूछे, "man, what you made of?"
सौ ठोकर के बाद भी मैं खड़ा हूँ, सोई public को गाने से जगाऊँ
किसी से भी कभी नहीं जलता मैं क्यूँकि अपने ही गर्मी से आग बन जाऊँ, बेटा, बाप बन जाऊँ
आग बन जाऊँ तो हो जाएगा राख तू, नहीं डरता, हो किसी का भी बाप तू
Slow मेरा नाम, तेरे से तो fast हूँ, पकड़ेगा Cheeta, बेटा, जितना भी भाग तू
डर को डराके रखा, मैं बना जो बना कला के बल पे, अपने दम पे कमा
आराम कम और काम है तो सब को जमा
चाहने लगा कि मैं आग लगाया, ये टूटे शरीर को ख़्वाब दिखाया
पैसे से पहले मैं नाम कमाया, ये तक़लीफ़ों से भी मैं गले लगाया ना