menu-iconlogo
huatong
huatong
Lirik
Rekaman
दिल से दिल मिल गये है तो

चाहिए फिर इस दिल को क्या

जादू है मीठी बातों का

जिसने धड़कन को ही छू लिया

कवि की कल्पना या कोई आईना

या धुन्धला सपना जिससे चहेरा मिल गया

या जैसे तितली लुटाए उड़े हो मस्तियाँ

वो ताज़गी है जिससे फूल भी जले

चमक से चाँद भी ढले

है सादगी जैसे लोरी हो कोई

वो जैसे चाँदनी खिले

बोले बाँसुरी सी सबनम सिंदूरी सी

घुल जाए हवाओं में

हल्की बारीशों सी गहेरी ख्वाहीशौं सी

इतराये अदाओं में

लहराए जो चुनर तो जैसे नदिया लगे

शर्मीली इस उमर पे छाए खुशियाँ लगी

भरे जो सूरमा शहीद करे सूरमा काई

वो ताज़गी है जिससे फूल भी जले

चमक से चाँद भी ढले

है सादगी जैसे लोरी हो कोई

वो जैसे चाँदनी खिले

योवन के झड़ी सी मलमल के लड़ी सी

मूरत संग मरमरी

झरते मोतियो सी जड़ते आदतो सी

बिज़ली जैसी मनचली

युगों युगों से सीता का मैं राम बनू

मेहंदी की नकासीयो में छुपा नाम बनू

मैं फिर से थाम लूँ

वो हाथ वोही है दुआ यही

वो ताज़गी है जिससे फूल भी जले

चमक से चाँद भी ढले

है सादगी जैसे लोरी हो कोई

वो जैसे चाँदनी खिले

Selengkapnya dari Vishal Chandrashekhar/Shashwat Singh/Mandar Cholkar

Lihat semualogo

Kamu Mungkin Menyukai