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खोया हूँ कब से इस दौड़ में

सारी रातें सुकूँ की तलाश में

बिखरे इरादे अभी मेरे

खोया क्यूँ खुद से इस दौड़ में?

सारी रातें धुँधली-धुँधली

सारी बातें धुँधली-धुँधली

लगती हैं दिल को दिल की

सारी राहें धुँधली-धुँधली

ले चल तू मुझे जहाँ

तू, मैं और आसमाँ

ले चल तू मुझे जहाँ

तू, मैं और आसमाँ

कहीं दूर सपनों के जहान में

मैं और तू बादलों में उड़ रहे

एक ओर सोया सा हो ये समाँ

एक ओर जागता हो आसमाँ

सारी फ़िक्रे धुँधली-धुँधली

खारी यादें धुँधली-धुँधली

लगती ना दिल को दिल की

सारी राहें धुँधली-धुँधली

ले चल तू मुझे जहाँ

तू, मैं और आसमाँ

ले चल तू मुझे जहाँ

तू, मैं और आसमाँ

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