अपनी आज़ादी को हम
RAFI SAAB
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं
अपनी आज़ादी को हम
हरगिज़ मिटा सकते नहीं C
सर कटा सकते हैं लेकिन, सर झुका सकते नहीं
सर झुका सकते नहीं C
FILM LEADER 1964
हमने सदियों में ये आज़ादी की नेमत पाई है
हमने ये नेमत पाई है C
सैकड़ों कुर्बानियाँ देकर ये दौलत पाई है
हमने ये दौलत पाई है C
मुस्कुराकर खाई है सीनों पे अपने गोलियाँ
सीनों पे अपने गोलियाँ C
कितने वीरानों से गुज़रे
हैं तो जन्नत पाई है
ख़ाक में हम अपनी इज़्ज़त
को मिला सकते नहीं
अपनी आज़ादी को हम
हरगिज़ मिटा सकते नहीं c
MUSIC NAUSHAD SAAB
क्या चलेगी ज़ुल्म की अहले वफ़ा के सामने
अहले वफ़ा के सामने C
आ नहीं सकता कोई शोला हवा के सामने
शोला हवा के सामने C
लाख फ़ौजें ले के आए अम्न का दुश्मन कोई
लाख फ़ौजें ले के आए C
अम्न का दुश्मन कोई C
रुक नहीं सकता हमारी एकता के सामने
हम वो पत्थर हैं जिसे
दुश्मन हिला सकते नहीं
अपनी आज़ादी को हम
हरगिज़ मिटा सकते नहीं C
सर कटा सकते हैं लेकिन
सर झुका सकते नहीं
सर झुका सकते नहीं C
LYRICS SHAKEEL SAAB
वक़्त की आवाज़ के हम साथ चलते जाएँगे
हम साथ चलते जाएँगे C
हर क़दम पर ज़िन्दगी का रुख बदलते जाएँगे
रुख बदलते जाएँगे C
गर वतन में भी मिलेगा कोई गद्दार ए वतन
गरक ोई गद्दार ए वतन C
अपनी ताकत से हम उसका सर कुचलते जाएँगे
एक धोखा खा चुके हैं, और खा सकते नहीं
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़
मिटा सकते नहीं c
वन्दे मातरम
वन्दे मातरम
वन्दे मातरम
interlude
हम वतन के नौजवाँ हैं, हमसे जो टकराएगा
हमसे जो टकराएगा C
वो हमारी ठोकरों से ख़ाक में मिल जाएगा
ख़ाक में मिल जाएगा C
वक़्त के तूफ़ान में बह
जाएँगे ज़ुल्मों सितम
आसमाँ पर ये तिरंगा उम्र भर लहराएगा
उम्र भर लहराएगा C
जो सबक बापू ने सिखलाया, भुला सकते नहीं
सर कटा सकते.. हैं.
लेकिन, सर झुका सकते नहीं
सर कटा सकते.. हैं. लेकिन
सर झुका सकते नहीं C