गुलाबी आँखें जो तेरी देखी
शराबी ये दिल हो गया
सम्भालो मुझको ओ मेरे यारों
संभालना मुश्किल हो गया
दिल में मेरे ख्वाब तेरे
तस्वीरे जैसे हो दीवारों पे
तुझपे फिदा मैं क्यूँ हुआ
आता है गुस्सा मुझे प्यार पे
मैं लूट गया मानके दिल का कहा
मैं कहीं था का ना रहा
क्या कहूँ मैं दिलरुबा
बुरा ये जादू तेरी आँखों का
यो मेरा कातिल हो गया
गुलाबी आँखें जो तेरी देखी
शराबी ये दिल हो गया
मैने सदा चाहा यही
दामन बचा लू हसीनो से मैं
तेरी कसम ख्वाबों में भी
बचता फिरा नाज़नीनो से मैं
तौबा मगर मिल गयी तुझसे नज़र
मिल गया दर्द-ए-जिगर
सुन ज़रा ओ बेख़बर
ज़रा सा हसके जो देखा तूने
मैं तेरा बिस्मिल हो गया
गुलाबी (आँखें)
जो तेरी (देखी)
शराबी (ये दिल)
हो गया
सम्भालो (मुझको)
ओ मेरे (यारों)
संभालना (मुश्किल)
हो गया