आने से उस के आए बहार
जाने से उस के जाए बहार
बड़ी मस्तानी है, मेरी महबूबा
मेरी ज़िंदगानी है, मेरी महबूबा
इस घटा को मैं तो, उसकी आँखों का काजल कहूँगा
इस हवा को मैं तो, उसका लहराता आंचल कहूँगा
कलियों का बचपन है, फूलों की जवानी है, मेरी मेहबूबा
मेरी ज़िन्दगानी है, मेरी मेहबूबा