इश्क़ दी बाजियाँ
जीतियाँ ना हारियाँ
जान से लग गयीं
जान की यारियाँ
गिन के देख बदन पे नील दिए हैं
इश्क़ ने
पड़े जो हाथ पे छाले छील दिए हैं
इश्क़ ने
वे मैं सारे दुख सहना तेनु नही दसना
ओ लग्गियाँ
इश्क़ दी
इश्क़ दी
बाजियाँ बाजियाँ
जीतियाँ ना हारियाँ
जान से जान से
लग गयीं
लग गयीं
जान की यारियाँ
तेरे बिन बिन तेरे सूफ़ियों के डेरे
देख मैने कितने लगाए फेरे आडिए
हो छोड़ के भी जाना हो तो
हरी भरी बैरी तले छल्ला
छड ज़ाइ नि कूडीए
तेरे बिन बिन तेरे सूफ़ियों के डेरे
देख मैने कितने लगाए फेरे आडिए
हो छोड़ के भी जाना हो तो
हरी भरी बैरी तले छल्ला
छड ज़ाइ नि कूडीए
कभी उसे नूर नूर कहता हूँ
कभी मैं हूर हूर कहता हूँ
इश्क़ में चूर चूर रहता हूँ
दूर ना जा
दूर ना जा
कभी उसे नूर नूर कहता हूँ
कभी मैं हूर हूर कहता हूँ
इश्क़ में चूर चूर रहता हूँ
दूर ना जा
याद आ जाए तो तेरा नाम लेके
झूम लू
शाम आ जाए तो उठ के चाँद का माथा
चूम लू
वे मैं सारे दुख सहना
तेनु नही दसना
ओ लग्गियाँ
इश्क़ दी
इश्क़ दी
बाजियाँ बाजियाँ
जीतियाँ ना हारियाँ
जान से जान से
लग गयीं
लग गयीं
जान की यारियाँ