आँखों के तीर मेरे जिगर के
पार कर गयी
भोले सनम के धोखे से दिल पे
वार कर गयी
जबसे अपनी दे के गयी
नरम छुअन तू
उड़न छु हुआ हुआ
मेरा चैन उड़न छु
उड़न छु रहे नींदें
सारी रेन उड़न छु
इश्क़ एक तरफ़ा जो उधार कर गयी
था मैं बड़ा ही काम का बेकार कर गयी
अपनी धुन में करके गयी मस्त मगन तू
उड़न छु हुआ हुआ
मेरा चैन उड़न छु
उड़न छु रहे नींदें
सारी रेन उड़न छु
दिल हुआ मलंग है मेरा
चढ़ा जो रंग है तेरा
दीवाना दंग है तेरा
क्या खुद ने फुर्सत में
बनाया अंग है तेरा
दीवाना दंग है तेरा
दे मिलान का मौका दे हाँ
यूँ सजना को धोखा दे ना
थोड़े से दिन जो साथ में
गुज़ार कर गयी
मेरे नयन के सपने
बेशुमार कर गयी
धीमी सी जलती छोड़ गयी
ऐसी अगन तू
उड़न छु हुआ हुआ
मेरा चैन उड़न छु
उड़न छु रहे नींदें
सारी रेन उड़न छु
आँखों के तीर मेरे जिगर के
पार कर गयी
उड़न छु हुआ हुआ मेरा चैन उड़न छु