चुरा ले ना तुमको ये मौसम सुहाना
खुली वादियों में अकेली न जाना
लुभाता है मुझको ये मौसम सुहाना
मैं जाउंगी तुम मेरे पीछे न आना
लिपट जाएगा कोई बेबाक झोका
जवानी की रौ में ना आँचल उडाना
ओ ओ मेरे वास्ते तुम परेशा न होना
मुझे खूब आता है दामन बचाना
मुझे खूब आता है दामन बचाना
मैं जाउंगी तुम मेरे पीछे न आना
चुरा ले ना तुमको ये मौसम सुहाना
खुली वादियों में अकेली न जाना
घाटा भी कभी चूम लेती है चेहरा
समझ सोच कर रुख से ज़ुल्फ़े हटाना
ओ घटा मेरे नज़दीक आकर तो देखें
इन आँखों ने सीखा है बिजली गिरना
इन आँखों ने सीखा है बिजली गिरना
मैं जाउंगी तुम मेरे पीछे न आना
चुरा ले ना तुमको ये मौसम सुहाना
खुली वादियों में अकेली न जाना
उम हम.. मैं जाउंगी तुम मेरे पीछे न आना
खुली वादियों में अकेली न जाना