ये जुल्फें तेरी है रात घनी
ये चेहरा तेरा सुबह की तरहा
ये झुकती नज़र हो जैसे हया
ये बातें तेरी सुभान अल्लाह
तू इल्म सी है मैं तालिब हूँ
तू शायरी है मैं ग़ालिब हूँ
तू मौसम है मैं बारिश हूँ
तू अर्ज़ी मैं सिफ़ारिश हूँ
ये सांसें तेरी बेहकति हुयी
मेहकति हुयी सुबाह की तरहा
ये होंठ तेरे गुलाब खिले
ये नखरा अदा करूँ क्या बयां
तू शम्मा सी मैं परवाना
तू जाम है तो मैं मेहखाना
तू इश्क़ सी हैं मैं दीवाना
तू मदहोशी मैं मस्ताना
आ तुझे दिल में मेरे
क़ैद मैं यूं कर लूँ
धडकनों को भी तेरे
पास आने ना मैं दूँ
इन आँखों में यूं रखलूँ तुझे
नज़र बस तू ही आए मुझे
तू रात हसीन सितारा मैं
तू लेहरों सी किनारा मैं
तू रात हसीन सितारा मैं
तू लेहरों सी किनारा मैं
तू मेहफिल सी मैं खामोशी
तू चढ़ता नशा मैं मदहोशी
इश्क़ हसाये कभी इश्क़ रुलाये
ये इश्क़ क्या चाहे कोई तुझे समझाये हाए
इश्क़ हसाये कभी इश्क़ रुलाये
ये इश्क़ क्या चाहे कोई तो समझाये हाये
इश्क़ हसाये कभी इश्क़ रुलाये
ये इश्क़ क्या चाहे कोई तो समझाये हाये
इश्क़ हसाये कभी इश्क़ रुलाये
ये इश्क़ क्या चाहे कोई तो समझाये हाये