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Amrapali

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가사
मन मंदिर में दिन रात मैं पूजा तुमारी करती हूँ

छोड़के सारी दुनियादारी बस तुम पे ही मैं मरती हूँ

हर पनलब पे नाम तुमारा और दिल में आगे भरती हूँ

तुम्होरे मिलन बिन ऐ उचे गगन मैं एक प्यासी धर्ती

हूँ बोली गौतम से वो अम्रपली अपना दिल लेके आई हुई हूँ

अपने चर्णों की दासी बना लो दर्बदर की सदाई हुई हूँ

दर्बदर की सदाई हुई हूँ

दर्बदर की सदाई हुई हूँ

अपने चर्णों की दासी बना लो दर्बदर की सदाई हुई हूँ

उबुद्धगातम उबुद्धगातम

जगव में कोई नहीं मेरा ताती

जैसे पिनतेल की मैं हूँ बाती

जैसे पिनतेल की मैं हूँ बाती

जैसे पिनतेल की मैं हूँ बाती

सूने जीवन की मैं हूँ बाती

मैं कर दो जाला जोत दिल की जलाई हुई हूँ

अपने चर्णों की दासी बना लो

दर्बदर की चताई हुई हूँ

दर्बदर की चताई हुई हूँ

ओ बुद्ध गातम

बुद्ध गातम

आपने चर्णों की दासी बनालो दर्बदर की सताई हुई हूँ

ओ बुद्ध गातम

तेरी जोगन हूँ तेरी दिवानी बम्मे डूबी है मेरी कहानी

बम्मे डूबी है मेरी कहानी

नाम ले लेके तेरा मगातम

अपना जीवन भिदानी

आपने चर्णों की दासी बनालो दर्बदर की सताई हुई हूँ

दर्बदर की सताई हुई हूँ

ओ बुद्ध गातम

ओ बुद्ध गातम

ओ बुद्ध गातम

ओ बुद्ध गातम

ओ बुद्ध गातम

ओ बुद्ध गातम

आपने मतलब के सब है देवाने

आपने मतलब के सब है देवाने

आपने मतलब के सब है देवाने

मेरा जग में मही कोई कातम

मेरा जग में मही कोई कातम

सारे जगसे पराई हुई हुई हूँ

अपने चर्णों की दासी बनालो दर्बदर की सदाई हुई हूँ

दर्बदर की सदाई हुई हूँ

बोली गौतम से वो अमर पाली अपना दिल लेके आई हुई हूँ

अपने चर्णों की दासी बनालो दर्बदर की सदाई हुई हूँ

दर्बदर की सदाई हुई हूँ

दर्बदर की सदाई हुई हूँ

ओ बुद्ध कातम सरणंग अच्छा में

ओ बुद्ध कातम सरणंग अच्छा में