B:आ………….. आ……….. आ
आ…... आ…. आ….
आ…... आ…. आ…. आ….
आवाज़ दी है आज इक नज़र ने
या है ये दिल को गुमाँ
दोहरा रहीं हैं जैसे फ़ज़ायें
भूली हुई दास्ताँ
आवाज़ दी है आज इक नज़र ने
या है ये दिल को गुमाँ
दोहरा रहीं हैं जैसे फ़ज़ायें
भूली हुई दास्ताँ
आ………….. आ………..आ
आ…... आ…. आ….
लौट आयी हैं फिर रूठी बहारें
कितना हसीन है समा
दुनिया से कह दो न हम को पुकारे
हम खो गये हैं यहाँ
लौट आयी हैं फिर रूठी बहारें
कितना हसीन है समा
दुनिया से कह दो न हम को पुकारे
हम खो गये हैं यहाँ
B:जीवन में कितनी वीरानियाँ थी
छायी थी कैसी उदासी
सुनकर किसी के कदमों की आहट
हलचल हुई है ज़रा सी
Hoo जीवन में कितनी वीरानियाँ थी
छायी थी कैसी उदासी
सुनकर किसी के कदमों की आहट
हलचल हुई है ज़रा सी
सागर में जैसे लहरें उठीं हैं
टूटी हैं खामोशियाँ
दोहरा रहीं हैं जैसे फ़ज़ायें
भूली हुई दास्ताँ
A:आ………….. आ………आ
आ…... आ…. आ….
तूफ़ान में खोई कश्ती को आखिर
मिल ही गया फिर किनारा
हम छोड़ आये ख़ाबों की दुनिया
दिल ने तेरे जब पुकारा
तूफ़ान में खोई कश्ती को आखिर
मिल ही गया फिर किनारा
हम छोड़ आये ख़ाबों की दुनिया
दिल ने तेरे जब पुकारा
कबसे खड़ी थी बाहें पसारे
इस दिल की तन्हाइयाँ
दुनिया से कह दो न हम को पुकारे
हम खो गये हैं यहाँ
B:अब याद आया कितना अधूरा
अब तक था दिल का फ़साना
A:यूँ पास आके दिल में समाके
दामन न हमसे छुड़ाना
B:अब याद आया कितना अधूरा
अब तक था दिल का फ़साना
A:यूँ पास आके दिल में समाके
दामन न हमसे छुड़ाना
A:जिन रास्तों पर तेरे कदम हों
मंजिल है मेरी वहाँ
दुनिया से कह दो न हम को पुकारे
हम खो गये हैं यहाँ
लौट आयी हैं फिर रूठी बहारें
कितना हसीन है समाँ
दुनिया से कह दो न हम को पुकारे
हम खो गये हैं यहाँ