असल में...
ਮੰਨਦੇ ਨਹੀਂ ਬੰਦਿਸ਼ਾਂ, ਇਹ ਪਿਆਰ ਨਹੀਓਂ ਝੁਕਦੇ
ਰਾਹ ਤੇਰੀ ਤੱਕਦੇ ਇਹ ਨੈਣ ਨਹੀਓਂ ਰੁਕਦੇ
ਹਿੱਸੇ ਹੈ ਆਈਆਂ ਵੇ ਉਡੀਕਾਂ ਤੇਰੀਆਂ ਜੋ
ਕਿਵੇਂ ਲੁਕਾਵਾਂ? ਮੇਰੇ ਹੰਝੂ ਨਹੀਓਂ ਰੁਕਦੇ
ਹੋਵੇ ਖੈਰ ਸੱਜਣਾ, ਵੇ ਪਾਵੇਂ ਪੈਰ ਸੱਜਣਾ
ਵੇ ਕਦੇ ਸਾਡੇ ਵੀ ਵਿਹੜੇ ਤੁਰ ਆ
ਹਾਏ ਵੇ, ਹੋਵੇ ਖੈਰ ਸੱਜਣਾ, ਵੇ ਪਾਵੇਂ ਪੈਰ ਸੱਜਣਾ
ਵੇ ਬਸ ਮੰਗਦੇ ਹਾਂ ਦਿਲ ਤੋਂ ਦੁਆ
क्यूँ खुदा ने दी लकीरें
जिस में ज़ाहिर नाम नहीं तेरा?
(नाम नहीं तेरा, नाम...)
असल में (असल में, असल में, असल में)
(असल में, असल में, असल में, असल में)
असल में (असल में, असल में, असल में)
(असल में, असल में, असल में, असल में)
तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
क्यूँ खुदा ने दी लकीरें
जिस में ज़ाहिर नाम नहीं तेरा?
लिख रहा हूँ दर्द सारे
यूँ तो "शायर" नाम नहीं मेरा
(नाम नहीं मेरा, नाम नहीं...)
"इतना भी क्या बेवफ़ा कोई होता है?"
ये सोचकर रात-भर दिल ये रोता है
असल में तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
असल में...
असल में (असल में, असल में, असल में)
(असल में, असल में, असल में, असल में)
असल में (असल में, असल में, असल में)
(असल में, असल में, असल में, असल में)
आसमाँ से क्या ख़ता हुई
तारा उसका टूटा क्यूँ?
लोग मुझ से पूछते हैं
साथ अपना छूटा क्यूँ
क्या मजबूरियाँ?
कैसी ये दूरियाँ? दिल ये समझे ना
होते हैं प्यार में
ऐसे भी इम्तिहाँ, मैंने अब जाना
ख़्वाब ही बस रह गए हैं
जिन में हो तुम हमसफ़र मेरे
(हमसफ़र मेरे, हम...)
असल में तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
तुम नहीं हो मेरे, तुम नहीं हो मेरे
असल में...
असल में (असल में, असल में, असल में)
(असल में, असल में, असल में, असल में)
असल में (असल में, असल में, असल में)
(असल में, असल में, असल में, असल में)