करुणामयी वरदायनी,
करुणामयी वरदायनी,
कर कमल वीणा धारणी,
माँ सरस्वती, माँ सरस्वती॥
माँ सरस्वती, माँ सरस्वती॥
करुणामयी वरदायनी,
कर कमल वीणा धारणी,
माँ सरस्वती, माँ सरस्वती॥
माँ सरस्वती, माँ सरस्वती॥
सा सा सात स्वर में निवास है,
सासा सात स्वर में निवास है,
रे रमें धरा आकाश है,
गागा गाए गुण गंधर्व गण,
माँ मोह लोभ निवारणी,
ओ माँ सरस्वती, माँ सरस्वती,
माँ सरस्वती, माँ सरस्वती॥
पा पवित्र पावन पावनी,
पा पवित्र पावन पावनी
ध ध धवल वस्त्र सुशोभिनी,
नी नमन करे ऋषि देव मिल,
गुणी जन की हो हितकारिणी,
माँ सरस्वती,ओ माँ सरस्वती,
माँ सरस्वती, माँ सरस्वती।।
सुर ताल मेरा सवार दो,
सुर ताल मेरा सवार दो,
अब ‘सरल’ का कर उद्धार दो,
अब ‘सरल’ का कर उद्धार दो,
‘लख्खा’ की वाणीमें माँ बसों,
हे शारदे हंस वाहनी,
ओ माँ सरस्वती, माँ सरस्वती,
माँ सरस्वती, माँ सरस्वती॥
करुणामयी वरदायनी,
कर कमल वीणा धारणी,
माँ सरस्वती, माँ सरस्वती॥
माँ सरस्वती, माँ सरस्वती॥
माँ सरस्वती, माँ सरस्वती॥
माँ सरस्वती, माँ सरस्वती॥