menu-iconlogo
huatong
huatong
가사
기록
कुछ ख्वाब देखे हैं

कुछ रंग सोचे हैं

अब मैंने कल अपने

तेरे संग सोचे हैं

इस राह में जब भी

तू साथ होती है

किस्सों के पन्नों सी

हर बात होती है

रूह जो हुई मेरी फ़िदा

तो पल में उठी कोई सदा

के दिल से हुआ जुदा जुदा

टूटा मैं इस तरह

सदका किया यूँ इश्क का

के सर झुका जहाँ दीदार हुआ

सदका किया यूँ इश्क का

के सर झुका जहाँ दीदार हुआ (दीदार हुआ)

तेरे मुड़ने से सूरज उड़ गया

तेरी रोशनी के साये में मैं धूप सी खिली

मेरा आसमाँ भी छोटा पड़ गया

मुझे जब से है बाहों में तेरी पनाह मिली

वो ठहरी तेरी अदा अदा

के रुक भी गया मेरा खुदा

तो मुझ पे ये असर हुआ

टूटा मैं इस तरह

सदका किया यूँ इश्क का

के सर झुका जहाँ दीदार हुआ

सदका किया यूँ इश्क का

के सर झुका जहाँ दीदार हुआ

कुछ ख्वाब देखे हैं (देखे हैं)

कुछ रंग सोचे हैं (सोचे हैं)

अब मैंने कल अपने

तेरी खुशबु में भीगे ख़त मिले

तेरे रंग की स्याही से लिखे पढ़े-सुने

तेरी बातों के वो सारे सिलसिले

मेरे दिल की कहानी सी सुने कहें-बुने

मैं कर ना सकूँ बयां बयां

के चुप सी हुई मेरी जुबां

ये दिल मेहमान हुआ हुआ

टूटा मैं इस तरह

सदका किया यूँ इश्क का

के सर झुका जहाँ दीदार हुआ

सदका किया यूँ इश्क का

के सर झुका जहाँ दीदार हुआ

कुछ ख्वाब देखे हैं

कुछ रंग सोचे हैं

अब मैंने कल अपने

तेरे संग सोचे हैं

इस राह में जब भी

तू साथ होती है

किस्सों के पन्नों सी

हर बात होती है

रूह जो हुई मेरी फ़िदा

तो पल में उठी कोई सदा

के दिल से हुआ जुदा जुदा

टूटा मैं इस तरह

सदका किया यूँ इश्क का

के सर झुका जहाँ दीदार हुआ

सदका किया यूँ इश्क का

के सर झुका जहाँ दीदार हुआ

दीदार हुआ दीदार हुआ

Mahalakshmi Iyer/Suraj Jagan/Vishal–Shekhar의 다른 작품

모두 보기logo

추천 내용