menu-iconlogo
huatong
huatong
muhammad-aliparas-nath-bhooli-bisri-cover-image

Bhooli Bisri

Muhammad Ali/Paras Nathhuatong
racheldeslauriershuatong
가사
기록
भूली बिसरी चंद उमीदें

चंद फ़साने याद आए

भूली बिसरी चाँद उमीदें

चंद फ़साने याद आए

चंद फ़साने याद आए

तुम याद आए और तुम्हारे

साथ ज़माने याद आए

साथ ज़माने याद आए

भूली बिसरी चंद उमीदें

दिल का नगर आबाद था फिर भी

खाक सी उड़ती रहती थी

खाक सी उड़ती रहती थी

कैसे ज़माने ऐ ग़म-ए-दौरा

तेरे बहाने याद आए

तेरे बहाने याद आए

भूली बिसरी चंद उमीदें

हँसने वालों से डरते थे

छुप छुप कर रो लेते थे

छुप छुप कर रो लेते थे

गहरी गहरी सोच में डूबे

दो दीवाने याद आए

दो दीवाने याद आए

तुम याद आए और तुम्हारे

साथ ज़माने याद आए

भूली बिसरी चंद उमीदें

Muhammad Ali/Paras Nath의 다른 작품

모두 보기logo

추천 내용