menu-iconlogo
huatong
huatong
avatar

MAITHILI GANGA STUTI BUD SUKH SAAR

Rajni Pallavihuatong
가사
기록
बड़ सुख सार, पाओल तुअ तीरे

बड़ सुख सार, पाओल तुअ ती…रे

छोड़इत निकट,

छोड़इत निकट, नयन बह नी….रे

बड़ सुख सार, पाओल तुअ ती…रे

छोड़इत निक…ट, नयन बह नी…रे

बड़ सुख सार….

कर जोरि विनमओं, विमल, तरं…..गे

कर जोरि विनमओं, विमल, तरं…..गे

पुन दरसन होए, पुन दरसन होए,

पुन मति गंगे

बड़ सुख सार, पाओल तुअ तीरे

छोड़इत निकट, नयन बह नीरे

बड़ सुख सार….

एक अपराध,एक अपराध,

एक अपराध,

एक अपराध छेमब मोर जा……नी

एक अपराध, छेमब मोर जा….नी

परसल पाय,

परसल पाय, पारू तुअ पानी

बड़ सुख सार, पाओल तुअ तीरे

छोड़इत निकट, नयन बह नीरे

बड़ सुख सार….

कि करब जप तप, जोग, ध्येआने

कि करब जप तप, जोग, ध्येआने

जनम कृतारथ,

जनम कृतारथ, एकहि सनाने

बड़ सुख सार, पाओल तुअ तीरे

छोड़इत निकट, नयन बह नीरे

बड़ सुख सार….

भनई विद्यापति, समदओं तोही

भनई विद्यापति……, भनई विद्यापति……,

भनई विद्यापति…

भनई विद्यापति… समदओं तोही

अन्त काल जनु,

अन्त काल जनु, विसरहु मोहि

बड़ सुख सार, पाओल तुअ तीरे

छोड़इत निकट,

छोड़इत निकट, नयन बह नीरे

बड़ सुख सार….

Rajni Pallavi의 다른 작품

모두 보기logo