Song - एसो मोरो बिहाव करा दे
?पहाड़ी मैना ?
दाई ऐ दाई... मोर ले छोटे - छोटे मनके बिहाव होंगे हे.. एसो मोरो बिहाव करा देते ओ, नहीं तो ऐ जवानी बैरी ढर जाह
एसो मोरो बिहाव करादे ओ दाई नई तो जवानी ढर जाहि....2
बैरी छतिया धक - धक करथे, जुलमी अखिया घलो फरकथे...2
मोरो सजन कब आही ओ.. एसो मोरो.....
एसो मोरो बिहाव करा दे ओ दाई नई तो जवानी ढर जाहि...2
(टुरी छतीसगढ़ के )
सोलह बछर के ए मोर जवानी, राखे हव जतन जतन के...
कोन जनी कब दूल्हा राजा, आही ओ बन ठन के...
हाँथ म कब मेहंदी लगाही, संग घुमाही संग म खवाही..2
घूंघट मोरो उठाही ओ एसो मोरो...
एसो मोरो बिहाव करादे ओ दाई नई तो जवानी ढर जाहि....2
( पहाड़ी मैना )
मोर जाहुरिया के होंगे हे लइका, होंगे हे घर बारी...
कोन जनम के मैं हव अभागिन.., बाचे हव अटल कुंवारी...
ताना मारत अलीन गलिन म, मति बदल जाथे छीन छीन म...2
जिनगी कइसे पहाहु ओ एसो मोरो....
एसो मोरो बिहाव करादे ओ दाई नई तो जवानी ढर जाहि....2
बैरी छतिया धक - धक करथे, जुलमी अखिया घलो फरकथे...2
मोरो सजन कब आही ओ.. एसो मोरो.....
एसो मोरो बिहाव करा दे ओ दाई नई तो जवानी ढर जाहि...
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