आ...........
ह्म्म्म........
आ गुपचुप गुपचुप प्यार करें
छुप छुप आँखें चार करें
आ गुपचुप गुपचुप प्यार करें
छुप छुप आँखें चार करें
ह्म्म्म........
ओ....चाँद मुसाफ़िर
रात के
ओ.....
ओ....चाँद मुसाफ़िर
रात के क्यूँ सुने हमारी बातें
तूने तो देखी होंगी
ऐसी कितनी ही रातें
छुप जा रे, जा छुप जा
तेरी मिन्नत सौ सौ बार करें
आ गुपचुप गुपचुप प्यार करें
छुप छुप आँखें चार करें
आ गुपचुप गुपचुप प्यार करें
ह्म्म्म........
ओ....छुपना है तो, जल्दी छुप जा
जा जा जा जा जा...
ओ....छुपना है तो
जल्दी छुप जा रात है थोड़ी बाकी
प्यासे रह ना जाएं दोनों
मैं, और मेरा साथी
छुप जा रे, जा छुप जा
यूँ कब तक हम तक़रार करें
तेरी मिन्नत सौ सौ बार करें
आ गुपचुप गुपचुप प्यार करें
छुप छुप आँखें चार करें
आ गुपचुप गुपचुप प्यार करें
ह्म्म्म........