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Rabba Main Toh Mar Gaya Oye

Shahid Mallyahuatong
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कोई दिल बेक़ाबू कर गया

और ਇਸ਼ਕਾ दिल में भर गया

(भर गया, भर गया, भर गया, भर गया)

कोई दिल बेक़ाबू कर गया

और ਇਸ਼ਕਾ दिल में भर गया

आँखों-आँखों में वो लाखों ਗੱਲਾਂ कर गया, ओए

ओ, रब्बा, मैं तो मर गया, ओए

ਸ਼ੁਦਾਈ मुझे कर गया, कर गया, ओए

ओ, रब्बा, मैं तो मर गया, ओए

ਸ਼ੁਦਾਈ मुझे कर गया, कर गया, ओए

अब दिल चाहे ख़ामोशी के होंठों पे मैं लिख दूँ

प्यारी सी बातें कई (बातें कई, बातें कई)

हो, कुछ पल मेरे नाम करे वो मैं भी उसके नाम पे

लिखूँ मुलाक़ातें कई (-क़ातें कई, -क़ातें कई)

ओ, पहली ही ਤੱਕਨੀ में बन गई जान पे

ਨੈਣਾ-ਵੈਣਾ उसके मेरे दिल पे छपे

अब जाऊँ कहाँ पे? दिल रुका है वहाँ पे

जहाँ देख के मुझे वो आगे बढ़ गया, ओए

ओ, रब्बा, मैं तो मर गया, ओए

ਸ਼ੁਦਾਈ मुझे (कर गया, कर गया, ओए)

ओ, रब्बा, मैं तो मर गया, ओए

ਸ਼ੁਦਾਈ मुझे कर गया, कर गया, ओए

मौसम के आज़ाद परिंदे हाथों में हैं उसके

या वो बहारों सी है? (बहारों सी है, बहारों सी है)

सर्दी की वो धूप के जैसी, गर्मी की शाम है

पहली फुहारों सी है (सी है, सी है)

मेरे प्यार का मौसम भी है, लगे मेरी महरम भी है

मेरे प्यार का मौसम भी है, लगे मेरी महरम भी है

जाने क्या-क्या दो आँखों में मैं पढ़ गया, ओए

ओ, रब्बा, मैं तो मर गया, ओए

ਸ਼ੁਦਾਈ मुझे कर गया, कर गया, ओए

ओ, रब्बा, मैं तो मर गया, ओए

ਸ਼ੁਦਾਈ मुझे कर गया, कर गया, ओए

कोई दिल बेक़ाबू कर गया

और ਇਸ਼ਕਾ दिल में भर गया

आँखों-आँखों में वो लाखों ਗੱਲਾਂ कर गया, ओए

ओ, रब्बा, मैं तो मर गया, ओए

ਸ਼ੁਦਾਈ मुझे कर गया, कर गया, ओए

ओ, रब्बा, मैं तो मर गया, ओए

ਸ਼ੁਦਾਈ मुझे कर गया, कर गया, ओए

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