छोटी सी ख्वाहिश लिए घूमता है
गुज़रे हुए वक्त को ढूंढता है
टूट कर और मासूम हो जाता है
दर्द को भी ये मालूम हो जाता है
आज फिर जीने की तमन्ना है
आज फिर मरने का इरादा है
छोटी सी ख्वाहिश लिए घूमता है
गुज़रे हुए वक्त को ढूंढता है
टूट कर और मासूम हो जाता है
दर्द को भी ये मालूम हो जाता है
सर से पावं तलाक़ दिल है भोला
सर से पावं तलाक़ दिल है भोला
सर से पावं तलाक़ दिल है भोला
सर से पावं तलाक़ दिल है भोला
भीगी ना आँखें ये इस तरह रोया
कैसे बताए के क्या क्या है खोया
आज फिर वक्त की कुछ कमी सी लगे
साँस सीने में है पर थमी सी लगे
जो बुझे ना कभी ये वो शोला
सर से पावं तलाक़ दिल है भोला
जो बुझे ना कभी ये वो शोला
सर से पावं तलाक़ दिल है भोला
भोलेपन की बातें करे हर घड़ी
फ़र्ज़ से ख्वाहिश पर हमेशा लदी
नन्हा सा एक रिश्ता बुलाए कहीं
रास्ते में है मगर मुश्किलें बड़ी
वक्त ने भेद जिनका है खोला
सर से पावं तलाक़ दिल है भोला
वक्त ने भेद जिनका है खोला
सर से पावं तलाक़ दिल है भोला
आज फिर जीने की तमन्ना है
आज फिर मरने का इरादा है