ऊँचे पहाड़ा वाली जगदम्बे राजरानी
आया(आयी) हूँ दर पे तेरे दर्शन दे ओ भवानी
ऊँचे पहाड़ा वाली जगदम्बे राजरानी
आया हूँ दर पे तेरे दर्शन दे ओ भवानी
ऊँचे पहाड़ा वाली ...............
मेरा रोम रोम मैया तेरा नाम ले रहा है
दर्शन तुम्हारे होंगे एहसास हो रहा है
मेरा रोम रोम मैया तेरा नाम ले रहा है
दर्शन तुम्हारे होंगे एहसास हो रहा है
तेरी याद में गुज़ारी है मैंने ज़िंदगानी
आया हूँ दर पे तेरे दर्शन दे ओ भवानी
ऊँचे पहाड़ा वाली ...............
कलयुग हो चाहे सतयुग
हर युग में तुमको पाऊं
करूँ वंदना तुम्हारी वरदान ये ही चाहूँ
कलयुग हो चाहे सतयुग
हर युग में तुमको पाऊं
करूँ वंदना तुम्हारी वरदान ये ही चाहूँ
वेदों ने मैया तेरी महिमा सदा बखानी
आया हूँ दर पे तेरे दर्शन दे ओ भवानी
ऊँचे पहाड़ा वाली
पापों का नाश करके पावन ह्रदय बना दो
सत्कर्म से हटूं ना ऐसा मुझे बना दो
पापों का नाश करके पावन ह्रदय बना दो
सत्कर्म से हटूं ना ऐसा मुझे बना दो
मैं तो तेरे चमन का एक phool हूँ भवानी
आया(आयी) हूँ दर पे तेरे दर्शन दे ओ भवानी
ऊँचे पहाड़ा वाली जगदम्बे राजरानी
आया(आयी) हूँ दर पे तेरे दर्शन दे ओ भवानी