श्याम तुझे मिलनें का, सतसंग ही बहाना है,
दुनियाँ वाले क्या जानें, मेरा रिश्ता पुराना है,
श्याम तुझे मिलनें का सतसंग ही बहाना है,
सूरज में ढूँढा तुझे, चंदा में पाया है,-(3)
तारों की टिमटिम में मेरे श्याम का बेसरा है,
दुनियाँ वाले क्या जानें, मेरा रिश्ता पुराना है,
श्याम तुझे मिलनें का सतसंग ही बहाना है,
गोकुल में ढूँढा तुझे, मथुरा में पाया है-(3)
वृंदावन की गलियों में मेरे श्याम का बेसरा है,
दुनियाँ वाले क्या जानें, मेरा रिश्ता पुराना है,
श्याम तुझे मिलनें का सतसंग ही बहाना है,