तू जो कहीं है
मैं वहीं हूँ
तू जो नहीं है
मैं नहीं हूँ
दरिया जो दरिया
तेरे मेरे बीच है
उसे पार करूँ मैं या नहीं
जाने कहाँ ले आया ये दिल
ना जानू क्या ग़लत क्या सही
पागल सा जो हो रहा हूँ इस पल
करके याद बातें मैं तेरी
कहते सभी मैं भुला दूँ तुझे
पर दिल नहीं हारता
कुछ नहीं जानता ये नहीं मानता
बस राहें तेरी ताके दिन भर
दरिया जो दरिया
तेरे मेरे बीच है
उसे प्यार कहूँ मैं या नहीं
जो हम ना मिले तो
तू ही बता क्या सही है
दरिया जो दरिया
तेरे मेरे बीच है
उसे प्यार कहूँ मैं या नहीं