menu-iconlogo
huatong
huatong
avatar

Bai Ga

Aarya Ambekar/Ajay-Atulhuatong
⋆꯭ꙶ⋆꯭ͣ⋆ͫ✧Aayush✍͜͡❦➢huatong
Letra
Gravações
राती ह्या कनकन सरत जाती5

राती ह्या कनकन सरत जाती26

व्याकुळ हे नयन सख्या40

नजर उताविळ घडीभर राहिना50

बाई गं !1.8sec

बाई गं कसं करमत न्हाई गं1. 20

बाई गं कसं करमत न्हाई गं!1.28

बाई गं कसं करमत न्हाई गं!1.34

बाई गं 1.37

बाई गं कसं करमत न्हाई गं!1.49

बाई गं कसं करमत न्हाई गं!1.45

बाई गं कसं करमत न्हा 2.00

घाव उरी बसला2.5

कृष्णसखा दिसला 2.11

अवचित वेनू घेऊन हाता2. 16

मनमोहन मन चोरून जाता 2.21

सुदबूद हरपून जाई गं ॥धृ॥2.32sec

बाई गं कसं करमत न्हाई गं!2.36

बाई गं कसं करमत न्हाई गं!

बाई गं कसं करमत न्हाई गं!2.43

अंतरा

श्वास रंगती प्राण गुंफती अधर झनकारी 3. 13

उमलते उरी मधुर बासरी देही घुमणारी 3.24

फुलवि तो कळी हळुच कोवळी अधीर झुरणारी 3.35

भुलवतो‌ जरी हरवते तरी वेदना सारी 3.45

शिर्शिरी तनूवर फुलते अशी3.56

श्रावनी सर बरसावी जशी4.1

मी मला विसरुन जाता अशी4.8

बंधने ईरघळली छळणारी4.12

घाव उरी बसला4. 19

कृष्णसखा दिसला 4.24

अवचित वेनू घेऊन हाता4.30

मनमोहन मन चोरून जाता 4.35

सुदबूद हरपून जाई गं ॥धृ4.40

बाई गं कसं करमत न्हाई गं!4.46

बाई गं कसं करमत न्हाई गं!4.51

कोरस-

लाज मालवुनी,5.13

या मनात कुनी

चांदरात शिलगावी गं5.

काळजात कळ5. 18

रातरात भर

जागवून जीव जाळी गं

शामशाम बंधनात5.24

देईसाद वेनूनाद बाई गं

रास रंगवुन चित दंगवून5.30

सावळा सजन जाई गं

मोहरल्या कायेवर5.35

मोरपीस थरथरं5.36

रातदिस अठवत राही गं5.40

बाई गं ..कसं करमत न्हाई गं बाई गं5.44

Mais de Aarya Ambekar/Ajay-Atul

Ver todaslogo