जो हुआ उसे भूल के हाथ मेरा तू थाम ले रात बंजर सी बीती है आंखों में एक नमी सी है लो वापस लिया था जो भी कहा मान जा तेरे बिन मेरा ना लगता जिया आ भी जा रूठो ना हमसे ना तुम रूठो ना हा मेरी कसम रूठो ना क्यों हो गुमसुम हा आ आ रूठो ना जलता है दिल रूठो ना ये कैसी मुश्किल रूठो ना टूटा ये दिल हा आ आ खामोशियाँ सब करें बयां चाहते भी कम लगे यहाँ तेरी बाहों में मेरी सब राहें हैं छुपी तेरी बाहों में मेरी सब राहें हैं छुपी तू अब ना जा चुप होना मेरी खता गुम होना मैं हूँ यहाँ कुछ तो कहो ना कर दो बयां हा आ आ रूठो ना हमसे ना तुम रूठो ना हा मेरी कसम रूठो ना क्यों हो गुमसुम हा आ आ, रूठो ना
Rootho Na de Akanksha Bhandari/Raghav kaushik – Letras & Covers