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Urr Ja Re

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Letra
तेरे ख्वाबों के रस्तों में

कई आँधियाँ आएँगी

उड़ेगी धुल जो क़दमों से

तुझे वह पास ले जाएगी

अपनी जो मंज़िल है

तेरी हर जीत की

रुकना अब तुझ को नहीं

खोलेगा तू हर डोर नइ

बादल से आगे दूर कहीं

तू उड़ जा रे

रुकना अब तुझ को नहीं

खोलेगा तू हर डोर नइ

बादल से आगे दूर कहीं

तू उड़ जा रे

जो जलाय आग तेरे अन्दर सीने में

उसको तो तू अब बुझा दे

बढ़े जा तू अब काँटो को जला के

तेरे आगे हैं अब इशरे उनको तू सुन ले यूँ

रुकना अब तुझ को नहीं

खोलेगा तू हर डोर नइ

बादल से आगे दूर कहीं

तू उड़ जा रे