menu-iconlogo
huatong
huatong
avatar

Mehram

Asfar Hussainhuatong
soniaor20huatong
Letra
Gravações
जुड़ ना पाये बाद तेरे

टुकड़े दिल के रखूं क्या

याद तेरी कोई बात नहीं

लफ़्ज़ों में मैं लिखूं क्या

छाओ थी तेरे साथ की

बे रेहम धुप में

दीवानावार फिरूं

खोके अपना सायबान

तू मेहरम ना रहा मेरा

तू मेहरम ना रहा

चुप ने ऐसी बात कही

ख़ामोशी में सुन बैठे

जन्मों जो ना बीत सके

हम वो अँधेरे चुन बैठे

कितनी करूँ मैं इल्तिजा

साथ की चाँद से

दिल भरके आहे थक गया

फिर भी ना रो पाये हम

तू मेहरम ना रहा मेरा

तू मेहरम ना रहा

मैं सुन रहा था

सुन रहा था सभी

तू सुन सका ना

सुन सका ना कभी

उलझी सब ख्वाहिशों में

लफ़्ज़ों की बारिशों में

दिल का मकान ना रहा

ना रहा, ना रहा, ना रहा

ना रहा, ना रहा, ना रहा

ना रहा, ना रहा

तू मेहरम ना रहा मेरा

तू मेहरम ना रहा

Mais de Asfar Hussain

Ver todaslogo

Você Pode Gostar