(तू...)
(तू...)
(तू...)
तू है बसा मेरी साँसों में
बस तू ही है दिन-रातों में
तुझसे ही है दुनिया मेरी
फिर मिलें हम बस क्यूँ ख़्वाबों में?
चलें हम कहीं
फिर मिलें दिन वहीं
वही ख़्वाब, वही रात
वही ख़्वाब, वही रात
वही ख़्वाब, वही रात
...वही रात
तू है बसा मेरी साँसों में
बस तू ही है ख़्वाबों में
तुझसे ही है दुनिया मेरी
फिर मिलें हम बस क्यूँ ख़्वाबों में?
ज़माने बीत गए, बदले हम भी
गाए गीत नये
गई रात, गई बात
गई रात, गई बात
गई रात, गई बात
गई रात, गई बात
तू था बसा मेरी साँसों में
अब मैं ही हूँ मेरे ख़्वाबों में
मुझसे ही है दुनिया मेरी
फिर मिलें हम बस अब यादों में
गई रात, गई बात