menu-iconlogo
huatong
huatong
avatar

POCHO NA MUJHSE KAHANI MERI

kaifi khalilhuatong
skarah1111huatong
Letra
Gravações
पूछो ना मुझसे कहानी मेरी

कैसी रही ज़िंदगानी मेरी

पूछो ना मुझसे कहानी मेरी

कैसी रही ज़िंदगानी मेरी

अम्बर के सारे सितारों से भी

अपने घर और दीवारों से भी

रखी छुपाकर निशानी तेरी

पूछो ना मुझसे कहानी मेरी

कैसी रही ज़िंदगानी मेरी

ना चाहूं दुआएं, ना चाहूं दिलासा

रब से है मेरा ये वाजिब गिला सा

हँसता ज़माना मेरे आँसुओं पे

इश्क़ था मेरा ना कोई तमाशा

ग़म में ही गुज़री जवानी मेरी

पूछो ना मुझसे कहानी मेरी

कैसी रही ज़िंदगानी मेरी

पूछो ना मुझसे कहानी मेरी

Mais de kaifi khalil

Ver todaslogo

Você Pode Gostar

POCHO NA MUJHSE KAHANI MERI de kaifi khalil – Letras & Covers