ना जाने मैं, ये अब कैसे
मुझे ये क्या हो गया, मैं तेरा हो गया
क्यूँ ऐसे लगे, जैसे आवारा सा मैं
तूने ये क्या कर दिया? सब कुछ बदल दिया
जानूँ ना कैसे, अब तेरा ही हूँ मैं
तुझसे पहले जैसे जीते थे
मेरी जानाँ, हम ठीक थे
कुछ ऐसे आशिक़ों की लगी थी कतार
जिसमें हम सबसे पीछे थे
बस तुम जान लो, हम जान देते नहीं अंदाज़ों पे
जवाब रख दें तो सवाल ख़फ़ा होंगे
तभी हम चुप रहके करें सलाम
उन्हें, जिन्हें इस प्यार में नफ़ा होंगे
खोई ज़िंदगी काले कामों में
प्यार कहाँ है?
ना मैं ढूँढूँ, मेरा यार कहाँ है?
पर तू सामने है और
ना जाने मैं, ये अब कैसे
मुझे ये क्या हो गया, मैं तेरा हो गया
क्यूँ ऐसे लगे, जैसे आवारा सा मैं
तूने ये क्या कर दिया? सब कुछ बदल दिया
जानूँ ना कैसे, अब तेरा ही हूँ मैं
हाथ रंगे जिनके सारे काले कामों में
वो क्या ही किसी और रंग से ख़फ़ा होंगे
कभी ना लेंगे हम तुम्हारा ये नाम
बस दिल ही में रख के फ़ना होंगे
दूर से खड़े देखेंगे हम
प्यार के पास भी आना नहीं, whoa-oh-oh-ohh
ये खल की तरह है, कभी हारा है, कभी जीता
तभी कहते हैं
खोई ज़िंदगी काले कामों में
प्यार कहाँ है?
ना मैं ढूँढूँ, मेरा यार कहाँ है?
पर तू सामने है और
ना जाने मैं, ये अब कैसे
मुझे ये क्या हो गया, मैं तेरा हो गया
क्यूँ ऐसे लगे, जैसे आवारा सा मैं
तूने ये क्या कर दिया? सब कुछ बदल दिया
जानूँ ना कैसे, अब तेरा ही हूँ मैं
था मैं लापता, कब से यहाँ
कोई अपना कहाँ था
काली रातें, काले कामों में शामिल
दिल लगाना मुझे लगता गुनाह सा था
अब होना ना जुदा, तू है नया सपना
कैसे तुझसे ख़फ़ा होंगे
सिर्फ तेरा है नशा, बाक़ी कौन यहाँ
जिसे "अपना" कह सकूँ मैं
अब तो ये मुझको भी लगने लगा है
काली ये रातों की तू ही सुबह है
अंजानी राहों पे तू लगे अपना सा
ना जाने मैं, ये अब कैसे
मुझे ये क्या हो गया, मैं तेरा हो गया
क्यूँ ऐसे लगे, जैसे आवारा सा मैं
तूने ये क्या कर दिया? सब कुछ बदल दिया
जानूँ ना कैसे, अब तेरा ही हूँ मैं (तेरा, तेरा)
तेरा ही हूँ मैं
बस तेरा ही हूँ मैं
(बस तेरा ही हूँ मैं)
तेरा ही, तेरा ही, तेरा ही हूँ मैं