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Sagnik Kolayhuatong
bokjes1huatong
Letra
Gravações
यह कैसी खुमारी

तेरी मेरी यारी

ले आयी हमें अब

देखो कहां

यह आदत तुम्हारी

हैं ऐसी बीमारी

मेरा जो था अब वो

तेरा हुआ

सुन लो ना दिल की बातें

लफ़्ज़ ना कह पाए जो

कब होते दिन कब रातें

अब ना खबर कुछ मुझको... हां

मैं लहर लहर बन जाऊं

बस तुझी में घुल जाओं

संग तेरे बह जाओं मैं

तू पास हैं या दूर हैं

मुझमे तो जरूर हैं

कैसे मैं यह कह दु तुझे

कुछ तो हुआ

मुझको जरूर

तू बन गई

मेरा फितूर

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