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चँदा रे, सोना रे, चँदा रे, सोना रे

जाने कहाँ तू गया

अँगना गुहारूँ मैं, तुझको पुकारूँ मैं

तू जाके सोया कहाँ?

लहरें उदास है, पानी को प्यास है

तू कहाँ गया?

पंछी आसमाँ में, सारे जहाँ में

ताकूँ मैं तेरी ही राह

सूनी डगरिया, सूनी अटरिया

सूनी है घर की ज़मीं

सूना है सब, बस दिल है भरा

सूना है तेरे बिना झूला रे, झूला रे

मैं तेरी सारी कहानी में हूँ

मैं तो बगीचे की क्यारी में हूँ

आँखों से ओझल हुआ हूँ, मगर

यादें तुम्हारी, तुम्हारी में हूँ

तू क्यूँ उदास है? जीने में आस है

तूने दिखाया था ना?

मुझे आसमाँ में, सारे जहाँ में

उड़ना सिखाया था, माँ

मैं तो वहीं हूँ, मैं तो वहीं हूँ

घर मुझसे छुटा नहीं

थोड़ा सा मेरा भी दिल है भरा

झूलूँगा तेरा सदा झूला रे, झूला रे

झूला रे, झूला रे

Еще от Akash Tripathi/Vidhya Gopal

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