इतनी मोहब्बत करो ना
मैं डूब ना जाऊँ कहीं
वापस किनारे पे आना
मैं भूल ना जाऊँ कहीं
देखा जबसे है चेहरा तेरा
मैं तो हफ़्तों से सोया नहीं
बोल दो ना ज़रा
दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
बोल दो ना ज़रा
दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
मैं किसी से कहूँगा नहीं
हमारी कमी तुमको महसूस होगी
भीगा देंगी जब बारिशें
मैं भर कर के लाया हूँ, आँखों में अपनी
अधूरी सी कुछ ख्वाहिशें
रूह से चाहने वाले आशिक
बातें जिस्मों की करते नहीं
बोल दो ना ज़रा
दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
बोल दो ना ज़रा
दिल में जो है छिपा
मैं किसी से कहूँगा नहीं
la ra la la ra la
मैं किसी से कहूँगा नहीं
la ra la hmm
मैं किसी से कहूँगा नहीं
मैं किसी से कहूँगा नहीं