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Amazing lyrics of Gulzar and a simple yet sublime composition and rendition by Bhupendra Singh
Music
Ho----Ho ---ho ho ----
Ho साँस लेना भी कैसी आदत है
जीये जाना भी क्या रवायत है
साँस लेना भी कैसी आदत है
जीये जाना भी क्या रवायत है
Ho जीये जाना भी क्या रवायत है
music
Hoho…hoho….(brief)
Music
कोई आहट नहीं
Music
बदन में कहीं
Music
कोई आहट नहीं बदन में कहीं
कोई साया नहीं है आँखों में
कोई साया नहीं है आँखों में
Pal gujarte hain thehre thehre se
Jiye jaate hain jiye jaate hain
Jiye jaate hain jiye jaate hain
Music
Ho पाँव बेहिस हैं, चलते जाते हैं
Music
पाँव बेहिस हैं, चलते जाते हैं
इक सफ़र है जो बहता रहता है
इक सफ़र है जो बहता रहता है
कितने बरसों से, कितनी सदियों से
जिये जाते हैं, जिये जाते हैं
साँस लेना भी कैसी आदत है
जीये जाना भी क्या रवायत है
Ho जीये जाना भी क्या रवायत है
ho जीये जाना भी क्या रवायत है
music
End
Thanks for singing and encouraging genre of ghazal singing
Track brought to you by Anurag Jha
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