menu-iconlogo
huatong
huatong
Тексты
Записи
अब मुझे शाइस्ता सी लगने लगी

खुद से ही आहिस्ता मैं कहने लगी

कैसे मेरी दुनिया नयी सी हो गयी

सच है या मैं ख्वाबों मे कहीं खो गयी

फीकी फीकी सी थी ज़िंदगी

बहकी थोड़ी सी तो हसीन हो गयी

कुछ बेख़बर सी हो गयी

बेसबर सी हो गयी

सब कुछ लगे है बदला सा

कुछ बेख़बर सी हो गयी

बेसबर सी हो गयी

हाँ मुझे, सब कुछ लगे है बदला सा

जैसा था ये कल तक जहाँ

वैसा अब ये ना रहा

जैसा था ये कल तक जहाँ

वैसा अब ये ना रहा

कुछ ज़िंदगी से राबता

बदला बदला लगने लगा

हो.. ये कब हो गया

हो.. कहाँ दिल खो गया

कुछ बेख़बर सी हो गयी

बेसबर सी हो गयी

सब कुछ लगे है बदला सा

कुछ बेख़बर सी हो गयी

बेसबर सी हो गयी

हाँ मुझे, सब कुछ लगे है बदला सा

Еще от Deepanshi Nagar/Arjit Shrivastava/Aviral Kumar

Смотреть всеlogo

Тебе Может Понравиться